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Mandsaur News: मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले में एक पिता अपने दो बच्चों के साथ खुदकुशी कर ली है। यह घटना शामगढ़ थाने स्थित चंदवासा चौकी के रुण्डी गांव की है। बताया जा रहा है कि पिता ने पहले बेटे और बेटी को फंदे से लटकाया। इसके बाद खुद भी फंदे से लटक गया। पेड़ पर तीन लोगों के शव होने की जानकारी मिलते ही पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई। इसके बाद मौके पर बड़ी संख्या में भीड़ पहुंच गई। इस मामले में एक सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें गांव के कुछ लोगों पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है।
सुसाइड नोट में लिखा है कि तीन महीने पहले पत्नी नैनी बंजारा के साथ गांव के ही राजू, कालू, सोनू, गीताबाई, नोजीबाई, लीलाबाई, गोविंद ने मारपीट और छेड़खानी की थी। इन सभी लोगों को अपनी और बच्चों की मौत का जिम्मेदार ठहराया है। मृतक ने अपने सुसाइड नोट में पुलिस से मांग की है कि आरोपियों को फांसी की सजा मिले। सुसाइड नोट में पिछले तीन-चार महीने से राजू बंजारा और उसके परिवार द्वारा उसकी पत्नी के साथ चल रहे उत्पीड़न और दुर्व्यवहार का जिक्र किया गया है। नोट के मुताबिक, शिकायतों के बावजूद पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। राजू पर पत्नी के कपड़े फाड़ने और पुलिस को अपने पैसे से खरीदने की धमकी देने का आरोप है।
इसके बाद वहां जमा भीड़ ने एक आरोपी के घर पर पथराव कर दिया। साथ ही आरोपी के बाड़े को आग के हवाले कर दिया। स्थिति नियंत्रित करने सुवासरा, शामगढ़ सहित मंदसौर के विभिन्न थानों से पुलिसकर्मी तैनात करना पड़ा। घटनास्थल पर उच्च अधिकारी भी पहुंचे हैं। एफएसएल टीम को भी बुलाया गया है। बताया जा रहा है कि प्रकाश बंजारा ने रात के समय दोनों बच्चों को पेड़ पर फांसी के फंद से लटकाया, फिर खुद भी लटक गया। सुबह गांव के लोगों ने खेत पर गए तो तीनों के शव पेड़ से लटके थे।
मृत प्रकाश गांव और शहर में घूमकर कंबल बेचने का व्यापार करता था। इसके लिए उसे अक्सर अन्य शहरों में भी जाना पड़ता था। बताया जा रहा है कि पिता और 2 बच्चों के शव पेड़ पर लटके देख मौके पर पहुंचे परिजनों और ग्रामीणों ने आरोपियों के घर पर पथराव शुरू कर दिया। आरेापियों के घर में लगे पंखे, कुर्सी और पलंग सहित अन्य सामान में तोड़फोड़ की। वहीं, बाड़े में पड़ी थ्रेशर मशीन में आग लगा दी है।
घटना के बाद बेकाबू भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस बल प्रयोग किया। लाठी और डंडों के सहारे भीड़ को तितर-बितर किया। दोपहर बाद पुलिस तीनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए शामगढ़ अस्पताल भेजा। सुरक्षा के लिहाज से गांव पुलिस फोर्स तैना किया है। वहीं, पुलिस के हाथ जो सुसाइड नोट लगा है, उसमें गांव के 4 पुरुष और 3 महिलाओं पर प्रताड़ित करने का जिक्र है। ग्रामीणों ने आरोपियों के घर तोड़फोड़ की है। उन्हें रोकने के लिए बल प्रयोग किया। भीड़ को खदेड़ा है। घटनास्थल पर पुलिस बल तैनात किया है। इसके साथ ही पुलिस ने जांच शुरू कर दी।