डाला/सोनभद्र (गुड्डू तिवारी)……
__जल्द ही बनकर तैयार होगी 20 किमी की खराब सड़क

विगत कई वर्षों से खराब कोन तेलगुडवा मार्ग के नवीनीकरण का शिलान्यास शनिवार को जिले के प्रभारी मंत्री रविन्द्र जायसवाल व सदर विधायक भूपेश चौबे द्वारा हवन पूजन व नारियल तोड़कर किया गया।
जानकारी के अनुसार कोन तेलगुडवा मार्ग दसको से खराब है जिसको लेकर स्थानीय लोगों ने कई बार पत्राचार करके जनपदीय अधिकारियों को अवगत कराया था। सड़क के नवीनीकरण हेतू शिलान्यास के दौरान प्रभारी मंत्री रविन्द्र जायसवाल ने कहा कि भाजपा सरकार में कार्य का शिलान्यास व उसका लोकार्पण भी किया जाता है।नदी के किनारे अबाडी़ का दृश्य बहुत ही मनमोहक है। जहाँ विकास के लिए जल्द कार्य योजना बनाकर वंहा का विकास किया जाए। उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित जिलाधिकारी बीएन सिंह से कहा कि 60 साल में अबाडी़ के जरुरतमंद लोगों तक आवास क्यों नहीं पहुंचा उनकी जांच कर दोषी पाए जाने वाले संबंधितों के विरुद्ध कार्यवाही तंय कराएं। सदर विधायक भूपेश चौबे ने बताया कि कोन तेलगुड़वा और कोन और विढ़मगंज हमारे विधानसभा की मुख्य सड़क है जो अति खराब है।

37 किमी का सड़क में तेलगुडवा कोन की 20 किमी सड़क डीएमएफ से बनाया जा रहा है शेष 17 किमी के सड़क को दूसरे चरण में जल्द ही बनाया जाएगा। विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने के लिए विधानसभा में बची सड़कों को जल्द ही पूर्ण किया जाएगा। टेंडर खुलने के दो दिन पूर्व किसी भी राजनैतिक पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा राजनिति करना अच्छी बात नहीं है। उक्त सड़क जल्द से जल्द बनकर तैयार हो जाएगा सड़क खराब की जिम्मेदारी मैंने ली है। तेलगुड़वा -कोन सड़क निर्माण में गुणवत्ता खराब होगी तो ठेकेदार और संबंधित विभाग को कठोर दंड से गुजरना होगा। कार्यक्रम का संचालन पूर्व डाला मंडल अध्यक्ष दीपक दुबे ने किया।इस दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष नंदलाल गुप्ता, ओबरा उप जिलाधिकारी विवेक कुमार सिंह,पूर्व सासंद नरेंद्र कुशवाहा,कोन ब्लाक प्रमुख शशांक मिश्रा,मंडल अध्यक्ष संदीप सिंह, रामलाल, चंद्रावती, हेमलता जायसवाल,संतोष कुमार बबलू,मनीष तिवारी, विशाल कुमार, अवनीश देव पांडेय,ग्राम प्रधान प्रहलाद चेरो, आदि मौजूद रहे।
विगत एक वर्षों से छतिग्रस्त डाला ओबरा संपर्क मार्ग का नवीनीकरण कराए जाने की मांग को लेकर भाजपा मंडल उपाध्यक्ष मनीष तिवारी ने प्रभारी मंत्री को ज्ञापन सौंपकर समस्या समाधान कराए जाने की मांग की है। गौरतलब हो कि मुख्य मार्ग पर पुल मे दरार आ जाने के बाद डाला ओबरा सम्पर्क मार्ग एक मात्र विकल्प था लेकिन नौ माह बाद हाइवे पर पुनः रास्ता बहाल होने के बाद डाला ओबरा मार्ग पूर्णतः टूट कर गढ्ढे मे तब्दील हो गई।