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Mirzapur News: मिर्जापुर के खोराडीह गांव के युवा ग्राम प्रधान महेश प्रसाद कोल ने अपने नेतृत्व में गांव को डिजिटल भविष्य की ओर बढ़ाया है. उन्हें मुख्यमंत्री सम्मान और डॉ. राम मनोहर लोहिया पुरस्कार मिला है.
खोराडीह गांव को मिला पुरस्कार
हाइलाइट्स
- महेश प्रसाद कोल ने खोराडीह गांव को डिजिटल बनाया.
- महेश प्रसाद कोल को मुख्यमंत्री सम्मान और लोहिया पुरस्कार मिला.
- गांव में इंटरनेट, स्मार्ट टीवी, और डिजिटल लाइब्रेरी की सुविधाएं.
मिर्जापुर: “एक गांव जहां बदलाव और विकास के नए आयाम लिखे जा रहे हैं, और इसके पीछे खड़े हैं एक प्रेरणास्त्रोत नेता – महेश प्रसाद कोल. मिर्जापुर के खोराडीह गांव ने इस युवा ग्राम प्रधान के नेतृत्व में अपनी दिशा बदल दी है, और अब यह गांव डिजिटल भविष्य की ओर बढ़ते हुए एक नई मिसाल कायम कर रहा है.” मिर्जापुर के खोराडीह गांव के युवा ग्राम प्रधान महेश प्रसाद कोल ने अपनी नेक नियत और कड़ी मेहनत से अपने गांव की तस्वीर बदल दी है. उनका कार्य इतना प्रभावशाली रहा कि उन्हें मुख्यमंत्री सम्मान मिलने के बाद अब डॉ. राम मनोहर लोहिया पुरस्कार भी दिया गया है. मिर्जापुर, भदोही और सोनभद्र के तीन जिलों में से खोराडीह का चयन इस पुरस्कार के लिए हुआ है.
गांव को डिजिटल बनाने की दिशा में कदम
डॉ. राम मनोहर लोहिया सशक्तिकरण योजना पुरस्कार से सम्मानित होने के बाद खोराडीह गांव में कई नई सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी. ग्राम पंचायत भवन और स्कूल को हाईटेक बनाने के लिए अत्याधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा. इस पुरस्कार की राशि से गांव में इंटरनेट, स्मार्ट टीवी, बायोमेट्रिक प्रणाली, और डिजिटल लाइब्रेरी जैसी सुविधाओं को बढ़ावा दिया जाएगा.
ग्राम प्रधान महेश प्रसाद कोल का योगदान
ग्राम प्रधान महेश प्रसाद कोल ने बताया कि उनका गांव पहले मिर्जापुर मंडल में चयनित हुआ था और अब डॉ. राम मनोहर लोहिया पुरस्कार के लिए उनका गांव चुना गया है. पंचायत भवन को अब आईएसओ द्वारा प्रमाणित किया जा चुका है. उन्होंने यह भी कहा कि उनका मुख्य उद्देश्य यह है कि गांव के लोग किसी भी काम के लिए ब्लॉक, तहसील या मुख्यालय न जाएं. वे चाहते हैं कि सभी सुविधाएं गांव में ही उपलब्ध हों.
पहले भी मिले हैं पुरस्कार
महेश प्रसाद कोल को पहले भी उनके कार्यों के लिए कई पुरस्कार मिल चुके हैं. 2021-22 और 2022-23 में उन्हें मुख्यमंत्री अवॉर्ड से सम्मानित किया गया. 2024-25 में उन्हें डीएम और सीडीओ द्वारा भी सम्मानित किया गया था. उन्होंने कहा, “जब आपकी सोच साफ होती है, तो आपके कार्य भी साफ और प्रभावी होते हैं.” उनके कार्यों की सराहना सिर्फ जिले में ही नहीं, बल्कि पूरे प्रदेश में हो रही है. इस पहल से खोराडीह गांव एक नई दिशा में बढ़ रहा है, और इसके विकास के प्रयासों ने न केवल गांव के लोगों को प्रेरित किया है, बल्कि पूरे जिले और प्रदेश में इसकी चर्चा हो रही है.