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Barabanki News : बाराबंकी के सतरिख में सैयद सालार साहू गाजी बूढ़े बाबा की दरगाह पर इस बार मेला नहीं लगेगा. प्रशासन ने वर्तमान परिस्थितियों का हवाला देते हुए अनुमति देने से इंकार कर दिया है. सालार गाजी को लेकर …और पढ़ें
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मेला कमेटी और स्थानीय लोगों में मायूसी है।
हाइलाइट्स
- बाराबंकी में बूढ़े बाबा का मेला इस बार नहीं लगेगा.
- प्रशासन ने वर्तमान परिस्थितियों के चलते अनुमति नहीं दी.
- सालार गाजी को लेकर विवाद के कारण मेला रद्द.
बाराबंकी : बाराबंकी के सतरिख में सैयद सालार साहू गाजी बूढ़े बाबा की दरगाह पर ज्येष्ठ माह में लगने वाला मेला इस बार नहीं लगेगा. हालांकि दरगाह कमेटी ने मेला आयोजन की अनुमति के लिए आवेदन किया था लेकिन प्रशासन ने वर्तमान परिस्थितियों का हवाला देते हुए मेला आयोजन की अनुमति देने से इंकार कर दिया. गौरतलब है कि संभल में नेजा मेले की मनाही के बाद बाराबंकी जिले के सतरिख कस्बे में उनके पिता सैय्यद सालार साहू गाजी रहमतुल्लाह बूढ़े बाबा की दरगाह अचानक चर्चा में आ गई. यहां भी हर साल ज्येष्ठ माह के बड़े मंगल के बाद शनिवार को मेला आयोजित किया जाता है. लेकिन अब यह मेला नहीं लगेगा.
दरगाह ट्रस्ट के लोगों ने बताया कि बूढ़े बाबा की दरगाह पर सैकड़ों साल पहले से मेला लगता है. कुल मेले के दौरान अलग-अलग राज्यों से जायरीन यहां आते हैं. यहां हिंदू लोग बच्चों का मुंडन कराते हैं. बाबा की दरगाह पर निशान और चादर चढ़ाते हैं. मान्यता है कि यहां लोगों की मुरादें पूरी होती हैं.
इस कारण हो रहा विरोध
बाराबंकी के सतरिख में सालार साहू गाजी को लेकर इस साल विवाद की स्थिति बनी हुई है. कई संगठनों ने सालार गाजी संबंध महमूद गजनवी की सेना से जोड़ा है. संगठनों का आरोप है कि सालार गाजी सोमनाथ मंदिर पर हमले के दौरान सेनापति था और उनके नेतृत्व में जबरन धर्म परिवर्तन कराए गए थे. पिछले साल यह मेला 14 मई को आयोजित किया गया था, लेकिन इस साल विवाद के चलते मेले का आयोजन नहीं हो सकेगा.
नहीं होगा सालार गाजी का महिमामंडन
विरोध करने वालों का आरोप है कि इतिहास को तोड़-मरोड़कर सालार साहू गाजी को सूफी संत बताकर प्रस्तुत किया जा रहा है, जिससे सामाजिक ताना-बाना प्रभावित हो रहा है. अधिवक्ता अशोक यादव का कहना है कि सालार साहू गाजी मंदिरों पर हमले और जबरन धर्म परिवर्तन के लिए जिम्मेदार था. उसके कुछ अनुयायी बहराइच में और कुछ सतरिख में बसे हुए हैं, जो उसका महिमामंडन कर रहे हैं.