Last Updated:
Dry Mouth Causes & Treatment: ड्राई माउथ की समस्या कई बार बीमारियों का संकेत देती है. लोगों को लगता है कि खूब पानी पीने से ड्राई माउथ से राहत मिल सकती है, लेकिन सिर्फ पानी इसका सही समाधान नहीं है.
ड्राई माउथ की समस्या कुछ विटामिन्स की कमी से भी हो सकती है.
हाइलाइट्स
- ड्राई माउथ का सबसे बड़ा कारण लार की कमी है.
- सिर्फ पानी पीने से समस्या सॉल्व नहीं हो सकती है.
- संतुलित आहार और लाइफस्टाइल बदलाव जरूरी.
All About Xerostomia: ड्राई माउथ की समस्या कॉमन है और बड़ी संख्या में लोग इससे जूझ रहे हैं. मेडिकल की भाषा में इसे जेरोस्टोमिया (Xerostomia) कहा जाता है. कई बार लोग ड्राई माउथ से राहत पाने के लिए खूब पानी पीते हैं, लेकिन इसके बावजूद उन्हें इससे निजात नहीं मिलती है. यह समस्या तब ज्यादा परेशान करती है, जब सुबह उठने पर जीभ तालु से चिपकी हुई महसूस होती है. इसका मतलब है कि केवल पानी पीने से इस समस्या से राहत नहीं मिल सकती, बल्कि इसके पीछे छिपे कारणों को समझना और सही ट्रीटमेंट अपनाना जरूरी होता है.
क्लीवलैंड क्लीनिक की रिपोर्ट के मुताबिक ड्राई माउथ का सबसे बड़ा कारण मुंह में लार का पर्याप्त मात्रा में न बनना होता है. लार न केवल मुंह को नम रखती है, बल्कि यह पाचन को दुरुस्त करने के अलावा बैक्टीरिया से बचाती है. लार की कमी से गले में सूखापन, खाना निगलने में कठिनाई, होंठ फटना, जीभ पर छाले जैसी समस्याएं हो सकती हैं. इसका असर आंखों की नमी पर भी पड़ सकता है और ओरल हेल्थ बिगड़ सकती है. हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज और डिप्रेशन समेत कई बीमारियों की दवाएं भी हमारे शरीर की लार ग्रंथियों को प्रभावित कर सकती हैं. इससे लार का प्रोडक्शन कम हो जाता है. हार्मोनल बदलाव और नर्वस सिस्टम की गड़बड़ी भी ड्राई माउथ का कारण बन सकती है.
एक्सपर्ट्स की मानें तो ड्राई माउथ की समस्या लार ग्रंथियों के सही तरीके से काम न करने के कारण होती है. इसलिए इसका इलाज सिर्फ पानी पीने तक सीमित नहीं होना चाहिए. सही मात्रा में पोषण और लाइफस्टाइल में बदलाव करके इस परेशानी से राहत मिल सकती है. एक्सपर्ट मानते हैं कि लार ग्रंथियों को सक्रिय करने के लिए कुछ खास पोषक तत्वों की जरूरत होती है. इनमें जिंक, विटामिन बी कॉम्प्लैक्स, ओमेगा-3 फैटी एसिड शामिल होते हैं. जिंक लार के एंजाइम फंक्शन को सपोर्ट करता है, विटामिन बी कॉम्प्लेक्स ग्रंथियों की क्रियाशीलता को बढ़ाता है और ओमेगा-3 फैटी एसिड्स तंत्रिका तंत्र की सूजन को कम करने में सहायक होते हैं. इसके साथ ही एडाप्टोजेन्स जैसे अश्वगंधा और तुलसी भी इस समस्या से राहत दिला सकते हैं.
इस समस्या से बचने के लिए लाइफस्टाइल में भी कुछ बदलाव करना जरूरी होता है. स्मोकिंग, शराब और ज्यादा स्पाइसी फूड्स से परहेज करना चाहिए, क्योंकि ये चीजें मुंह की नमी को घटा सकती हैं. इसके अलावा भरपूर नींद, स्ट्रेस मैनेजमेंट और संतुलित आहार अपनाकर भी इस समस्या पर काबू पाया जा सकता है. अगर समस्या बनी रहे तो डॉक्टर से कंसल्ट करना जरूरी होता है. कई बार ड्राई माउथ की समस्या कई बीमारियों का संकेत हो सकता है और इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए.

अमित उपाध्याय News18 Hindi की लाइफस्टाइल टीम में सीनियर सब-एडिटर के तौर पर काम कर रहे हैं. उन्हें प्रिंट और डिजिटल मीडिया में करीब 8 साल का अनुभव है. वे हेल्थ और लाइफस्टाइल से जुड़े टॉपिक पर स्टोरीज लिखते हैं. …और पढ़ें
अमित उपाध्याय News18 Hindi की लाइफस्टाइल टीम में सीनियर सब-एडिटर के तौर पर काम कर रहे हैं. उन्हें प्रिंट और डिजिटल मीडिया में करीब 8 साल का अनुभव है. वे हेल्थ और लाइफस्टाइल से जुड़े टॉपिक पर स्टोरीज लिखते हैं. … और पढ़ें