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Invertis University Bareilly: बरेली के इन्वर्टिस विश्वविद्यालय ने ग्राफ्टिंग तकनीक विकसित की है जिससे कम जगह में दो तरह की सब्ज़ियां उगाई जा सकती हैं. यह तकनीक किसानों और शहरी बागवानों के लिए फायदेमंद है.
ग्राफ्टिंग की तकनीक का इस्तेमाल
हाइलाइट्स
- इन्वर्टिस यूनिवर्सिटी ने ग्राफ्टिंग तकनीक विकसित की.
- कम जगह में दो तरह की सब्ज़ियां उगाई जा सकती हैं.
- यह तकनीक किसानों और शहरी बागवानों के लिए फायदेमंद है.
बरेली: क्या आप भी अपने फ्लैट या छोटे बगिया में सब्ज़ी उगाने के शौकीन हैं? बरेली के इन्वर्टिस विश्वविद्यालय (Invertis University) के एग्रीकल्चर विभाग द्वारा ऐसी तकनीक का इनोवेशन किया है जो आपके लिए एक बेहतरीन अवसर हो सकती है. इस तकनीक के जरिए आप कम जगह में दो अलग-अलग तरह की सब्ज़ियां एक साथ उगा सकते हैं. इस तकनीक को “ग्राफ्टिंग” कहा जाता है. इसमें एक ही पौधे पर दो अलग-अलग सब्ज़ियों के पौधों को जोड़ा जाता है. इससे एक ही जगह पर दो तरह की सब्ज़ियां उगाई जा सकती हैं. इस तकनीक की मदद से बैंगन के गोल आकार और बड़े आकार दोनों तरह के बैंगन एक ही पौधे पर उगाए जा सकते हैं. इन्वर्टिस यूनिवर्सिटी में इसी तकनीक का इस्तेमाल कर एक साथ बैंगन और टमाटर उगाए हैं जो बड़ी ही अच्छी तरह से फल-फूल रहे हैं.
क्यों खास है यह तकनीक?
ग्राफ्टिंग तकनीक के तहत, दो सेम फैमिली के अलग-अलग पौधों को जोड़कर एक साथ उगाया जाता है. इससे दोनों पौधे स्वस्थ रहते हुए फल-फूल सकते हैं. यह तकनीक किसानों के लिए बेहद फायदेमंद है क्योंकि इससे वे कम जगह में ज्यादा फसल उगाकर अपनी आय बढ़ा सकते हैं.
इस तकनीक का कैसे उठाएं लाभ?
इन्वर्टिस विश्वविद्यालय के एग्रीकल्चर विभाग के प्रोफेसर त्रिपाठी के अनुसार, यह तकनीक पहले विदेशों में अपनाई जा चुकी है, और अब भारत में इसे छात्रों को समझाने के लिए भी प्रयोग में लाया जा रहा है. शहरों में, जहां जमीन की कमी होती है, वहां इस तकनीक का इस्तेमाल करके लोग अपने फ्लैट्स या छत पर एक ही गमले में दो अलग-अलग सब्ज़ियां उगा सकते हैं. इससे न केवल उनकी सब्ज़ी की जरूरतें पूरी होंगी, बल्कि यह तकनीक किसानों के लिए भी आय में वृद्धि का कारण बन सकती है.
यह तकनीक किसानों के लिए भी फायदेमंद है, क्योंकि इससे उपज में विविधता आएगी और कम जगह में ज्यादा फसल उगाई जा सकेगी.