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गर्मी के मौसम में कई तरह की बीमारियां होने लगती हैं. इस मौसम में अक्सर महिलाएं यूरिन इंफेक्शन का शिकार हो जाती हैं. इसकी वजह पसीना और शरीर में पानी की कमी हो सकती है. इस मौसम में खुद का ध्यान रखना बेहद जरूरी है…और पढ़ें
गर्मी के मौसम में लगातार पानी पीते रहें (Image-Canva)
Excess sweating can cause UTI: तापमान लगातार बढ़ता जा रहा है. इससे कई तरह के इंफेक्शन व्यक्ति को अपनी चपेट में ले सकते हैं. महिलाओं में इस मौसम में यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (UTI) के मामले बढ़ जाते हैं. इसका सीधा कनेक्शन पसीने से है. यह सुनने में भले ही अजीब लगे लेकिन हद से ज्यादा पसीना और कम पानी पीना इस बीमारी का कारण बन सकता है.
पसीने से हो सकता है डिहाइड्रेशन
दिल्ली के सीके बिड़ला अस्पताल में डिपार्टमेंट ऑफ आब्सटैट्रिक्स एंड गाइनीकोलॉजी में प्रमुख कंसल्टेंट डॉ. त्रिप्ति रहेजा कहती हैं कि गर्मी में पसीना बहना आम है. दरअसल जब शरीर का तापमान बढ़ जाता है तो पसीना उसे ठंडा रखने की कोशिश करता है. पसीना निकलने से शरीर में पानी की कमी होने लगती है और अगर ऐसे में पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं पीया जाए तो यूरिन इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है. यह बीमारी महिलाओं में ज्यादा देखने को मिलती है.
क्या है गर्मी में यूटीआई की वजह
जब शरीर में पानी की कमी होने लगती है तो इसका असर यूरिन सिस्टम पर पड़ता है. डिहाइड्रेशन से बॉडी में यूरिन कम बनने लगता है और जो बनता है, वह हद से ज्यादा गाढ़ा होता है. गहरा पीले रंग का यूरिन कम पानी पीने की निशानी होता है. इस यूरिन में बॉडी का वेस्ट ज्यादा होता है और पानी कम जिससे यूरिन करते समय जलन होने लगती है और इससे बैक्टीरिया के पनपने का खतरा बढ़ जाता है. यूरिन में पानी की कमी होने की वजह से बैक्टीरिया यूरिन सिस्टम के अंदर ही रह जाते हैं जिससे यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (UTI) हो सकता है.
महिलाओं में ज्यादा समस्या
महिलाओं में यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन के मामले पुरुषों के मुकाबले ज्यादा देखने को मिलते हैं. इसकी वजह है कि महिलाओं की यूरिन पाइप छोटी और खुली हुई होती है जिस वजह से बैक्टीरिया आसानी से ब्लैडर तक पहुंच जाते हैं जबकि पुरुषों में ऐसा नहीं होता. यूटीआई एक गंभीर समस्या है, अगर इसका समय रहते इलाज ना हो तो किडनी पर असर पड़ सकता है. अगर यूरिन से झाग, खून या बदबू आए, यूरिन करते समय दर्द या जलन हो या बार-बार पेशाब महसूस हो साथ में बुखार भी आए तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं.
नमी से बचकर रहें
डॉ. त्रिप्ति रहेजा के अनुसार गर्मी के मौसम में महिलाओं को टाइट कपड़े या सिंथेटिक फैब्रिक नहीं पहनना चाहिए. ऐसे अंडरगारमेंट पहनें जो कॉटन के हों. इससे प्राइवेट पार्ट में अगर पसीना आता भी है तो जल्दी सुख जाएगा. अगर उस एरिया में नमी रहती है तो बैक्टीरिया को पनपने में मदद मिल जाती है. जो महिलाएं इस मौसम में साइक्लिंग, रनिंग या बाहर की एक्टिविटी ज्यादा करती हैं, उनमें यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है. इस मौसम में लगातार पानी पीते रहें. पानी के अलावा हर रोज नारियल पानी, लस्सी और छाछ भी लें.