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Anupama 22 March Written Update: अनुपमा (Anupama) अपनी बेटी राही के साथ जेल पहुंचती है, लेकिन माहौल तब बदल जाता है जब राही की मुलाकात कैदी राघव से होती है. अचानक राघव राही की ओर झपटता है, जिससे जेल में अफरा-तफर…और पढ़ें
अनुपमा हुईं परेशान…(फोटो साभार- file photo)
हाइलाइट्स
- अनुपमा ने जेल में बेटी राही को राघव से बचाया.
- राघव ने राही की जान बचाने की कोशिश की थी.
- बा और किंजल को पाखी की साजिश का पता चला.
नई दिल्ली : टीवी सीरियल अनुपमा (Anupama) के 22 मार्च 2025 के एपिसोड में लोगों को जबरदस्त ट्विस्ट देखने को मिलेगा. इस बार कहानी में जेल का माहौल दिखाया जाएगा, जहां अनुपमा अपनी बेटी राही के साथ पहुंचेगी. अनुपमा अपनी बेटी राही के साथ जेल आती है, जहां सभी कैदी उसे देखकर खुश हो जाते हैं. राही पहली बार जेल के माहौल को देख रही होती है, लेकिन अनुपमा उसे एक जगह चुपचाप बैठने को कहती है और हिदायत देती है कि वो उसकी नजरों से दूर न जाए. राही शांत होकर एक जगह खड़ी हो जाती है और देखती है कि उसकी मां कैदियों को डांस दिखा रही है. तभी उसकी नजर राघव पर पड़ती है, जो माउथ ऑर्गन बजा रहा होता है.
राघव की ये प्रतिभा देखकर राही को अपने पिता की याद आ जाती है. वो उसके पास जाकर कहती है कि ‘आप बहुत अच्छा माउथ ऑर्गन बजाते हैं. जेल के एनुअल फंक्शन में आप चाहें तो डांस न करें, लेकिन माउथ ऑर्गन जरूर बजाइएगा.’
राही पर हमला या बचाव?
राही की बात सुनकर राघव अचानक अपनी जगह से उठता है और उसकी तरफ बढ़ता है. वो झपटकर राही को पकड़ लेता है, जिससे जेल स्टाफ और अनुपमा घबरा जाते हैं. अनुपमा फौरन जाकर राही को राघव से छुड़ा लेती है और गुस्से में चिल्लाती है, ‘तेरी हिम्मत कैसे हुई मेरी बेटी को हाथ लगाने की?’
तब राघव जमीन पर पड़े एक नंगे बिजली के तार की ओर इशारा करता है और बताता है कि उसने तो सिर्फ राही की जान बचाने की कोशिश की थी. अनुपमा को अपनी गलती का एहसास होता है, लेकिन राही को राघव अजीब लगता है और वो अपनी मां से कहती है, ‘आप इस कैदी से दूर रहिएगा.’
बा और किंजल को होगी पाखी की साजिश की भनक
उधर शाह निवास में बा और किंजल को पाखी की साजिश समझ आने लगती है. बा पाखी को समझाने की कोशिश करती है कि वो जबरदस्ती ईशानी को कोठारी मेंशन में भेजकर गलत कर रही है, लेकिन पाखी किसी की भी नहीं सुनती.
दूसरी तरफ प्रेम अपने किराए के घर को सजाने में लगा होता है और उसे रहने लायक बना रहा होता है. कोठारी निवास से प्रार्थना, राजा और बादशाह वहां पहुंचते हैं, वहीं शाह परिवार से माही, अंश और परी भी उस घर में आती हैं.
प्रार्थना को अपनी गलती का एहसास होगा
घर की सजावट की खबर कोठारी निवास तक पहुंच जाती है. गौतम इस खबर को मसालेदार बनाकर मोटी बा और पराग कोठारी तक पहुंचाता है. ख्याति कहती है कि उसने ही राही को मनाकर प्रेम को इस घर में लाने के लिए राजी किया था, लेकिन मोटी बा ने सब खराब कर दिया.
इस बीच, वसुंधरा कोठारी पराग से हाथ जोड़कर विनती करती है कि वो टिंकू को किसी भी हालत में वापस घर ले आए. उधर, प्रार्थना प्रेम के पास जाती है और अपने भाई और राही से माफी मांगती है. दोनों उसे माफ कर देते हैं, जिससे परिवार में शांति की उम्मीद जागती है.