अनपरा,संवाददाता। एनसीएल में राष्ट्रीय कोलियरी श्रमिक संघ इंटक का विवाद गहराता जा रहा है। कमोबेश तमाम कोयला परियोजनाओं में नयी गठित कमेटी का खुल कर विरोध जारी है। नेहरू शताब्दी चिकित्सालय जयंत में भी नयी स्टेयरिंग कमेटी( परिचालन समिति ) के गठन का खुलकर इंटक सदस्यों ने विरोध किया। एनएससी के सदस्यों ने लिखित प्रतिवेदन सौंप अपनी आपत्ति और विरोध दर्ज करा दिया है। मालवीय-बीएस बिष्ट गुट की कार्यकारिणी के अध्यक्ष धनंजय सिंह एवं सचिव विकास दुबे का आरोप है कि नयी समिति में दो सदस्यों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। जबकि परिचालन समिति के लिए भी कम से कम 5 सदस्य होना आवश्यक होता है। इसी से साफ है कि नयी कार्यकारिणी के पास समिति बनाने तक के लिए सदस्य नहीं मिल रहे है। इस बीच एनएससी में लगभग शतप्रतिशत इंटक सदस्यों ने एनएससी शाखा के पुराने समिति जिसका चुनाव 11/04/2022को हुआ था और उसके नवनिर्वाचित अध्यक्ष धनंजय सिंह एवं सचिव विकास दुबे का समर्थन का सामूहिक हस्ताक्षर युक्त लिखित पत्र प्रबन्धन को सौंप आगाह किया है सभी समितियो में आरसीएसएस इंटक की पुरानी समिति ही सहभागिता करेगी अन्यथा कि स्थिति में औद्योगिक संबंध खराब होगा जिसकी जिम्मेदार एनएससी प्रबंधन होगा। टीम अपने नेता ओ पी मालवीया वीरेंद्र सिंह बीस्ट ,सुरेश कुमार दुबे, निरंजन झा का समर्थन करती है।