डाला(गुड्डू तिवारी/राकेश अग्रहरि)
डाला। मां वैष्णो गौ सेवा समिति द्वारा दो एकड़ भूमि में बनाए गए गौशाला में सैकड़ों गायों व गौवंशो की देखरेख हो रही है।जो पशुपालक गायों की सेवा नहीं कर पाते वह गौशाला में छोड़ जाते हैं।क्षेत्र के सुप्रसिद्ध वैष्णो मंदिर के पीछे गौशाला में कुल 141 गाय व गोवंश की संख्या है जिसमे कुछ गाय ऐसी हैं जो दूध भी दे रहीं हैं। लेकिन ज्यादा संख्या उन पशुओं की है जो नकारा या बीमार हैं। इनकी देखभाल गो सेवा समिति की ओर से की जा रही है। गो सेवा समिति से जुड़े लोग यहां समय-समय पर पहुंच कर खुद भी गायों की देखभाल करते हैं। गौशाला में समिति द्वारा पशुओं की सेवा कार्य के लिए पांच सेवादारों को रखा गया है जो घास व दाना पानी का प्रबंध देखते हैं।मां वैष्णो गो सेवा समिति के अध्यक्ष मुकेश गर्ग ने कहा कि गायों की सेवा करना किसी साधना से कम नहीं हैं कहा जाता है कि गायों में तैंतीस कोटि देवी देवताओं का वास होता है उनकी सेवा मात्र से सभी देवताओं का आशीष मिल जाता है। उन्होंने बताया कि गौशाला में सड़कों के किनारे घायल पड़ी गाय हो या नाले में अथवा कुएं में गिर चुकी गायों को सूचना मिलने पर निकलवाकर गौशाला लाकर इलाज कराना, घाव भरने तक उनकी देखरेख, भूखी गायों को खाना खिलाना, दुर्घटना में घायल गायों के उपचार के लिए पशु चिकित्सक को बुलाकर उनकी दवा कराना यह सब कार्य समिति द्वारा कराया जा रहा है।पुरे गौशाला परिसर में साफ सफाई का विशेष ध्यान रखा जाता है आने वाले समय में गौशाला का और भी विस्तार किया जाएगा।इस दौरान समिति के सचिव किशोरी लाल बंसल,सज्जन गर्ग, पुरुषोत्तम मित्तल, सुभाष मित्तल, गीताराम गोयल, राजकुमार आदि लोग मौजूद रहे।