म्योरपुर (प्रभात मिश्रा)
– भारत रत्न पंडित गोविंद बल्लभ पंत ने सोनभद्र के लिए किया है बड़ा योगदान
म्योरपुर। गोविंदपुर स्थित बनवासी सेवा आश्रम के बिचित्रा महाकक्ष में रविवार को सूबे के प्रथम मुख्यमंत्री, भारत रत्न पंडित गोविंद बल्लभ पंत, कर्म योगी प्रेम भाई व गांधी के सहयोगी और कार्यकर्ता निर्माण के शिल्पकार और ग्रामोद्योग को देश भर में फैलाने वाले स्वस्तंत्रा सेनानी धीरेंद्र मजूमदार की जयंती पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया।इस दौरान जन्म दिन पर सर्व धर्म प्रार्थना के साथ सामूहिक श्रमदान का आयोजन कर उनके चित्र और मूर्ति पर माल्यार्पण किया गया।इस मौके पर आयोजित गोष्ठी में साहित्यकार और आश्रम के अध्यक्ष अजय शेखर ने कहा कि प्राकृतिक संसाधनों को लूटने और गांधी विचारो को मिटाने का प्रयास हो रहा है।प्राकृतिक संसाधन, जल, जंगल और जमीन सरकार का नही प्रकृति और समाज के अधिकार क्षेत्र का है, इसे लुटने से बचाना होगा।डॉ विभा और विमल भाई ने कहा कि पंत ने देश की आजादी और उसके बाद राज्य तथा देश को अग्रणी बनाने में अहम योगदान दिया।बताया कि सोनभद्र में गोविंद बल्लभ पंत सागर, गोविंदपुर उन्ही के नाम से समर्पित है।उन्होंने आश्रम की स्थापना में अहम योगदान दिया।देहरादून से आए राजेश कुमार ने देश दुनिया में पानी संकट पर चर्चा की और बताया की भारत में 430 मिलियन हेक्टेयर पानी बरसता है, लेकिन 39 फीसदी नमी में और 32 फीसदी बह जाता है।हम 12 फीसदी वर्षा जल को ही रख पा रहे है।कहा जब तक 25 फीसदी पानी नही रोक सकेंगे पानी संकट बिकराल रूप ले लेगा।तीनो विभूतियों के जीवन पर पुतुल दी, देवनाथ, बिहारी, मुलायम सिंह, यश्वी पांडेय आदि ने विचार रखते हुए स्वर्गीय प्रेम भाई के सोनभद्र के दक्षिणांचल के विकास में किए गए योगदान की जानकारी दी।इस मौके पर शुभा प्रेम, लालबहादुर सिंह, सीता देवी, विजय कनौजिया, नीरा बहन, सुरेश, जगदीश, गिरधारी, लक्ष्मण, प्रमोद कुमार आदि उपस्थित रहे।संचालन शिव सरन सिंह ने किया।